भारतीय शुक्र ऑर्बिटर मिशन, जिसे आधिकारिक तौर पर कहा जाता है, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा शुक्र ग्रह का अध्ययन करने के उद्देश्य से एक आगामी मिशन है। यहाँ कुछ मुख्य विवरण दिए गए हैं:
उद्देश्य:
वायुमंडलीय अध्ययन: शुक्र के वायुमंडल की संरचना, संरचना और गतिशीलता का विश्लेषण करना।
सतह की इमेजिंग: सतह का मानचित्रण करना और भूवैज्ञानिक विशेषताओं का अध्ययन करना।
ग्रीनहाउस प्रभाव: ग्रीनहाउस प्रभाव और शुक्र की जलवायु पर इसके प्रभावों को समझना।
मिशन अवलोकन:
लॉन्च विंडो: 2020 के मध्य के लिए योजनाबद्ध, हालांकि विशिष्ट तिथियाँ भिन्न हो सकती हैं।
कक्षीय सम्मिलन: अंतरिक्ष यान का लक्ष्य दीर्घकालिक अवलोकन करने के लिए शुक्र के चारों ओर एक स्थिर कक्षा में प्रवेश करना होगा।
उपकरण:
जबकि विस्तृत विनिर्देशों को अभी भी अंतिम रूप दिया जा रहा है, मिशन में निम्नलिखित के लिए कई वैज्ञानिक उपकरण शामिल होने की उम्मीद है:
सतह की इमेजिंग।
वायुमंडलीय गैसों का विश्लेषण।
वायुमंडल और सौर हवाओं के बीच परस्पर क्रिया का अध्ययन।
महत्व:
यह मिशन शुक्र के लिए भारत का पहला समर्पित मिशन होगा और इसका उद्देश्य शुक्र के बारे में वैश्विक समझ में योगदान देना है, खासकर इसकी जलवायु, भूविज्ञान और अतीत में रहने की क्षमता के बारे में।
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